रामनारायण पाठक वाक्य
उच्चारण: [ raamenaaraayen paathek ]
उदाहरण वाक्य
- इसी दिशा में ; परन्तु कुछ अलग प्रकार और अलग लहजे का आभास देने वाले मीठे कटाक्ष ‘स्वैरविहारी ' रामनारायण पाठक के होते हैं ।
- इसी दिशा में ; परन्तु कुछ अलग प्रकार और अलग लहजे का आभास देने वाले मीठे कटाक्ष ‘ स्वैरविहारी ' रामनारायण पाठक के होते हैं ।
- इसी प्रकार श्री तुलसीराम पटेल ने पीथमपुर: श्री कलेश्वर महात्म्य में लिखा है कि तीर्थ पुरोहित पंडित काशीप्रसाद पाठक पीथमपुर निवासी के प्रपिता पंडित रामनारायण पाठक ने संवत् 1945 को हीरासाय तेली को िशवलिंग स्थापित कराया था।
- इसी प्रकार श्री तुलसीराम पटेल ने पीथमपुर: श्री कालेश्वर महात्म्य में लिखा है कि तीर्थ पुरोहित पंडित काशीप्रसाद पाठक पीथमपुर निवासी के प्रपिता पंडित रामनारायण पाठक ने संवत् १९४५ को हीरासाय तेली को शिवलिंग स्थापित कराया था।
- इसी प्रकार श्री तुलसीराम पटेल ने पीथमपुर: श्री कालेश् वर महात्म्य में लिखा है कि तीर्थ पुरोहित पंडित काशीप्रसाद पाठक पीथमपुर निवासी के प्रपिता पंडित रामनारायण पाठक ने संवत् १ ९ ४ ५ को हीरासाय तेली को शिवलिंग स्थापित कराया था।
- विवेचनात्मक तथा व्यक्तिव्यंजक दोनों तरह के निबंध लिखे जाने लगे पर गुणात्मक प्रौढ़ि की दृष्टि से केवल आनंदशंकर बापूभाई ध्रुव, नरसिंह राव दिवेटिया, काका कालेलकर, कन्हैयालाल माणिकलाल मुंशी, रामनारायण पाठक, केशवलाल कामदार और उमाशंकर जोशी की ही कृतियों का संकेत किया जा सकता है।
- इसी डांस में भाग लेने हमारी सभी दीदियाँ भी शाम को अपनी पढाई और होम-वर्क पूरा कर बरना कुम्हार के यहाँ या शांति दीदी (रामनारायण पाठक जी) के घर जातीं और झूमर “ पारतीं ” और लोक गीत को मुक्त कंठ से गातीं: “ हाय रे हाय रे हाय! कवनि रवईया लाईलो, … लाईलो गोई साजन!! ” _इनकी इस परफोर्मेंस को हम बच्चे बड़े चाव से देखते! कभी मिस नहीं करते थे!
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